उत्सव हो या तीज-त्यौहार की सजावट, रंगोली के बिना अधूरी है। अगर आपको भी है इससे घर सजाने का शौक़ तो रंगोली बनाने के टिप्स आपके बहुत काम आयेंगे।
ये सभी टिप्स आपके रंगोली बनाने के विचार से लेकर उसके अंतिम रूप तक की पूरी प्रक्रिया को बेहद आसान और आकर्षक बनाने में सहायक साबित होंगे।
मेरे सुझाए सभी टिप्स को विस्तार से जानें, जो आपकी रंगोली की डिज़ाइन में चार चाँद लगा देंगे –
आकर्षक रंगोली बनाने के टिप्स और ट्रिक्स
रंगोली का पहला विचार आते ही मन में उत्सुकता जाग उठती है। तरह-तरह के सवाल घेर लेते हैं – कब बनानी है, कैसी डिज़ाइन बनाऊं, किस जगह बनाना सही रहेगा और जैसी सोची है वैसी बन भी पायेगी या नहीं।
डरिये मत, यह सभी के साथ होता है। चाहें आप पहली बार रंगोली बनाने वाले हों या फिर इस कला के अनुभवी। अगर सही तरीके से रंगोली बनाने के टिप्स अपनाए जायें तो कुछ भी मुश्किल नहीं हैं। फिर देर किस बात की, आइये पढ़ना शुरू करते हैं –
रंगोली डिज़ाइन से सम्बंधित टिप्स और ट्रिक्स
रंगोली का डिज़ाइन चुनने के लिए धैर्य और समझ की ज़रूरत होती है। अगर सही विकल्प चुना जाये तो बनाने में आसानी रहती है। अपने अनुभवों और खोज पर मैंने नीचे सारणी में टिप्स व ट्रिक्स शामिल किये हैं –
1 सबसे पहले अपनी पसंद से कागज पर डिज़ाइन बनायें। अगर आप उससे सहमत है तो उसी को रंगोली का रूप देने की पूरी कोशिश करें। |
2. अगर आप रंगोली डिज़ाइन नहीं सोच पा रहे या असमंजस में हैं तो घबराने की कोई बात नहीं। आप अखबार की पत्रिकाओं और इंटरनेट से मदद ले सकते हैं। |
3. यदि डिज़ाइन बनाना नहीं चाहते तो स्टेंसिल्स आपकी बहुत मदद करेंगे। यह जाली नुमा होते हैं और इन पर सिर्फ रंग फ़ैलाने से डिज़ाइन बन जाता है। |
4. डिज़ाइन हमेशा उत्सव के अनुसार होनी चाहिए। शुभ कार्यों के लिए शुभ चिन्ह और सजावट के तौर पर बनाई जाने वाली रंगोली में फूल आदि बनाना उचित रहता है। |
5. यदि आप बिगिनर हैं तो सिंपल और छोटी रंगोली से शुरुआत करें। जैसे-जैसे रंगोली बनाने में अनुभव बढ़ेगा आप खुद-ब-खुद जटिल डिज़ाइन सीखते जायेंगे। |
6. ईश्वरीय प्रतिमा, महानायक एवं राष्ट्रीय ध्वज को फर्श पर बनाने से बचें। यदि समारोह विषय केंद्रित तब बात अलग है। |
7. रंगोली में अंदर की तरफ डिज़ाइन कम रखें और बाहर घना। अंदर जगह कम होने से घना डिज़ाइन प्रभावशाली नहीं लगता। |
8. अगर खुली जगह में रंगोली बनानी है तो बाहर की तरफ हल्के और अंदर गहरे रंग इस्तेमाल करें। यदि बंद जगह है तो अंदर गहरे और बाहर हल्के रंग चुनें। |
9. आधार से मिलते-जुलते रंगों को रंगोली में इस्तेमाल न करें। वरना इस दशा में रंगोली के रंग दब जायेंगे। |
10. डिज़ाइन की आकृतियां रंगोली में साफ़ दिखनी चाहिए। अगर रंगोली बाकी लोगों को समझ नहीं आयेगी तो आपकी सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। |
रंगोली सामग्री के उपयोग से जुड़े टिप्स और ट्रिक्स
रंगोली के बिना हर छोटे-बड़े खास मौके की सजावट अधूरी होती है, इसलिए इसका अच्छा दिखना बहुत ज़रूरी है। यह तब संभव है, जब सामग्री को सही से इस्तेमाल किया जाए। सामग्री से सम्बंधित महत्वपूर्ण टिप्स निम्नलिखित हैं –
11. रंगोली की डिज़ाइन फ़ाइनल किये बिना सामग्री न खरीदें। इससे आपके पैसे भी खर्च होंगे और डिज़ाइन के अनुकूल न होने पर सामग्री भी इस्तेमाल नहीं होगी। |
12. हर बार रंगोली बनाने के लिए पूरी सामग्री नई ख़रीदना पैसे की बर्बादी है। कुछ सामग्री बार-बार इस्तेमाल हो सकती है, जैसे-स्टेंसिल्स और कीप आदि। |
13. रंगोली डिज़ाइन फ़ाइनल करने के बाद ही सामग्री लेनी चाहिए लेकिन अगर पहले से आपके पास कुछ सामग्री है तो उसे चुने हुए डिज़ाइन में ज़रूर इस्तेमाल करें। |
14. खरीदारी के समय ऐसे रंगों को प्राथमिकता दें, जिन्हें आप सबसे ज़्यादा पसंद करते हैं ताकि वे आगे भी आपके काम आ सकें। |
15. सामग्री हमेशा चुनीं गई डिज़ाइन के हिसाब से थोड़ी ज़्यादा लेनी चाहिए। जिससे रंगोली बनाते समय कम न पड़े और बाज़ार न भागना पड़े। |
16. बहुत बार चुनी गई रंगोली डिज़ाइन के लिए हूबहू वैसे रंग नहीं मिल पाते। ऐसे में मिलते – जुलते रंगों अथवा अपनी पसंद के रंगों को विकल्प के तौर पर ख़रीद लें। |
17. कुछ चीज़ें घरों में रोज़मर्रा में इस्तेमाल होती हैं, इन्हें अलग से न खरीदें। जैसे – आटे व चाय की छलनी, चम्मच – चमचे, थाली – प्लेट और खाली बोतलें – डिब्बे आदि। |
18. रंगोली बनाने के लिए सभी आवश्यक चीज़ें, सामग्री और खाका साथ लेकर बैठें। इससे आपको बार-बार उठना नहीं पड़ेगा और ध्यान नहीं बंटेगा। |
19. सभी रंगों को एक थाली में रखने से ये आपस में मिल जाते हैं। इससे बचने के लिए हर रंग को पहले अलग थैली अथवा कागज में रखें और उसके बाद थाली में। |
20. रंगोली सामग्री खरीदने के पैसे नहीं हैं और फिर भी आप बनाना चाहतें हैं तो विकल्प आपके आसपास मौजूद हैं, जैसे – फूल, पत्तियां, आटा, दालें, चावल आदि। |
रंगोली में रंग भरने से सम्बंधित टिप्स और ट्रिक्स
इतिहास में कहीं भी रंगोली में रंग भरने के लिए कोई नियम निर्धारित नहीं किए गये। इसलिए मैंने अपने अनुभवों और तथ्यों के आधार पर रंगोली में रंग भरने के टिप्स नीचे सारणी में शामिल किए हैं –
21. रंगोली का पूरा फ्रेम तैयार करने के लिए अंदर की डिज़ाइन से लेकर बाहर तक सिर्फ एक ही रंग का इस्तेमाल करना चाहिए। |
22. फ्रेम बनाने के लिए सबसे ज़्यादा सफ़ेद रंग पसंद किया जाता है। इसके अलावा आप विकल्प के रूप में पीले और काले को भी चुन सकते हैं। |
23. फ्रेम के लिए चुने गए रंग को कभी भी रंगोली भरने में इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से डिज़ाइन छिप जायेगा। |
24. रंगोली में अंदर की तरफ 2-5 रंगों का इस्तेमाल करें और बाहरी डिज़ाइन में अधिक-से-अधिक रंगों को प्राथमिकता दें। |
25. गहरे और हल्के रंगों का चुनाव एक सही अनुपात में होना बहुत ज़रूरी है। जिसके लिए 30/70 अथवा 20/80 का औसत रखें। |
26. रंगोली में हल्के रंगों को मुख्य रंगों के रूप में भरें और गहरे रंगों को सिर्फ सहायक रंगों की तरह उपयोग करना चाहिए। |
27. रंगोली में अगर अंदर की तरफ हल्के रंगों का इस्तेमाल किया है तो बाहर के लिए गहरे रंग चुनें। यदि अंदर गहरे रंग भरें हैं तब बाहरी डिज़ाइन हल्के रंगों से सजायें। |
28. पूरी रंगोली में कभी भी सिर्फ हल्के अथवा सिर्फ गहरे रंगों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। एक जैसे रंगों से डिज़ाइन उभरता नहीं है। |
29. मिलते-जुलते अथवा एक ही परिवार के रंगों को आसपास न भरें। हर रंग का प्रभाव उसके साथ वाले पर भी पड़ता है, ऐसे में रंगों की चमक दब जाती है। |
30. रंगोली में सभी रंग भर जाने के बाद मुख्य आकृतियां एवं बाहरी आउट लाइन ज़रूर दोहरायें। |
रंगोली आकृतियों में रंगों के चुनाव से जुड़े टिप्स और ट्रिक्स
जो चीज़ प्रकृति में जैसी है, अगर रंगोली में भी वैसी बनाई जाये तब ख़ूबसूरती और बढ़ जाती है। यह समझने के लिए मैंने नीचे सारणी में रंगोली की सामान्य आकृतियों को उनके रंगों से जोड़कर बताया है। जो इस प्रकार है –
31. फूलों के लिए – लाल, गुलाबी, नारंगी, पीला और सफ़ेद रंग। |
32. पत्तियों और बेलों के लिए – पीला, हल्का हरा अथवा गहरा हरा। |
33. पेड़ के तने और डाली के लिए – भूरा और गहरा हरा। |
34. मोर के लिए – नारंगी, हरा, नीला, पीला और काला। |
35. स्वस्तिक, पदचिन्ह और पवित्र चिन्हों के लिए – नारंगी, लाल, सफ़ेद, हरा और पीला। |
36. गणेश जी के लिए – पीला, नारंगी, सफ़ेद और लाल। |
37. कृष्ण जी के लिए – नीला, काला और सफ़ेद। |
38. माता रानी के लिए – लाल, गुलाबी, पीला, नारंगी और सफ़ेद। |
39. त्वचा के लिए – फ़्लैश टिंट, सफ़ेद और मटमैला नारंगी। |
40. यंत्रों के लिए – भूरा, नीला और काला। |
रंगोली सजाने से सम्बंधित टिप्स और ट्रिक्स
रंगोली बनाने के साथ-साथ उसे सजाने पर भी ध्यान देना चाहिए। सजाने के लिए आप अपनी पसंद की कोई भी चीज़ इस्तेमाल कर सकते हैं। मैंने नीचे सारणी में अपने अनुभवों व खोज पर टिप्स और ट्रिक्स साझा किये हैं –
41. रंगोली सजाने के लिए सबसे ज़्यादा फूलों का उपयोग किया जाता है। असली फूल न मिलने की स्तिथि में आर्टिफिशियल फूलों को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। |
42. दिये अथवा मोमबत्ती, रंगोली के रंगों में बढ़िया चमक लाते हैं लेकिन एक बार में दोनों में से सिर्फ एक ही चीज़ का इस्तेमाल करना चाहिए। |
43. अगर रंगोली के आसपास डेकोरेशन लाइट्स लगा दी जाये, तब तो फिर हर किसी की नज़र आपकी रंगोली पर पड़े बिना रही नहीं पायेगी। |
44. रंगोली की मुख्य डिज़ाइन और आउटलाइन को उभारने के लिए हाइलाइटर अथवा ज़र्रे का उपयोग करना न भूलें। |
45. रंगोली बनाने और सजाने के बाद उसके आसपास की जगह कपड़े से साफ़ कर लेनी चाहिए क्योंकि थोड़ा बहुत रंग आसपास फैल जाता है। |
रंगोली की शुरुआत से लेकर तैयार रूप से सम्बंधित विस्तृत टिप्स और ट्रिक्स
46. खुशी को प्राथमिकता दें
रंगोली बनाना एक कलात्मक कार्य है। ऐसा माना जाता है कि रंगोली के रंग एवं आकृतियां व्यक्ति के विचारों को व्यक्त करते हैं। इसलिए जब भी बनाएं खुश होकर शुरुआत करें।
47. सबको अपने साथ जोड़े
रंगोली, पीढ़ियों से बनाई जाने वाली वाली सांस्कृतिक और पारम्परिक कला है। घर के बड़ों के अनुभव बहुत काम आते हैं, इसलिए आप भी जब रंगोली बनाएं तो तैयारी में छोटों को शामिल करना न भूलें।
48. ज़िम्मेदारियाँ बाँट लें
रंगोली की डिज़ाइन चुनना, बाज़ार से आवश्यक सामग्री खरीदना, रंगों का चुनाव और खाका तैयार करना आदि ज़िम्मेदारियाँ आपस में ज़रूर बाँट लें। जिस कार्य में जो व्यक्ति अच्छा हो, उसके हिसाब से ज़िम्मेदारी सौंपे। ऐसा करने से बाकी लोगों की कार्य में रुचि बढ़ेगी और आप भी रिलैक्स (Relax) रह पायेंगे।
49. उत्सव का दिन याद रखें
रंगोली बनाने के लिए तैयारी करने से पहले दिन सुनिश्चित करना सही रहता है। जिससे तैयारी करने में आसानी रहती है और अगर कोई कमी हो तो उसे भी समय रहते ठीक किया जा सकता है।
50. डिज़ाइन का चुनाव करके रखें
रंगोली बनाए के लिए सबसे ज़रूरी है, उसकी डिज़ाइन कैसी होनी चाहिए। रंगोली की डिज़ाइन चुनने के लिए उन लोगों की सलाह ज़रूर लें, जो आपके साथ कार्य में शामिल होंगे।
51. रंगोली बनाने का स्थान
दिन चुने जानें के बाद यह बहुत ध्यान देने वाली बात है कि रंगोली कहाँ बनाई जाएगी। यह जानना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि जगह के हिसाब से ही उसके आकार और डिज़ाइन फ़ाइनल करने चाहिए।
अगर छोटी जगह है तो डिज़ाइन भी सिंपल और छोटा होना चाहिए। अगर जगह ज़्यादा है तो रंगोली का आकार बड़ा रखा जा सकता है और मनपसंद डिज़ाइन जोड़े जा सकते हैं।
52. बजट तैयार करें
रंगोली की डिज़ाइन चुन लिए जाने के बाद एक सामान्य बजट तैयार करना फायदेमंद रहता है। जिसमें रंग, कोन्स और स्टेंसिल्स की तरह उपयोग में आने वाले सभी सामान को शामिल करें।
54. आवश्यक सामान की लिस्ट बनाएं
रंगोली डिज़ाइन के हिसाब से जो भी सामान आपके उपयोग का है, उसे लिस्ट में ज़रूर शामिल कर लें। अगर आप ऐसा करेंगे तो जो सामान पहले से ही आपके पास है, वो दोबारा नहीं लेना पड़ेगा और उस पर ख़र्च होने वाले पैसे बच जायेंगे।
55. सामान की खरीदारी कर लें
जिस दिन रंगोली बनाना सुनिश्चित किया गया हो, उससे एक दिन पहले सारा सामान ख़रीदकर अपनी बनाई लिस्ट से ज़रूर मिला लीजिए। ऐसा करने से अगर किसी सामान में कोई कमी रह गई होगी तो समय रहते आप उसे ठीक कर पायेंगे।
56. रंगोली के स्थान की सफाई
जहाँ रंगोली बनाई जाती है, उस स्थान की सफाई और धुलाई ज़रूर करनी चाहिए। हमारे देश में पारम्परिक रूप से ऐसा किया जाता है क्योंकि इससे फ़र्श पर रंगोली के रंग निखर कर आते हैं और डिज़ाइन बिल्कुल साफ़ दिखाई देता है।
57. रंगोली के लिए सही समय
रंगोली बनाने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है क्योंकि इस समय सूरज की रौशनी अधिक होती है। दिन के समय रंगोली में रंगों का तालमेल बेहतर समझ आता है और डिज़ाइन में भी गलतियां कम होती हैं।
58. आवश्यक सामग्री को साथ रखें
रंगोली शुरू करने से पहले ज़रूरत की सभी चीज़ें साथ लेकर बैठें। इससे आपको बार-बार उठना नहीं पड़ेगा, आपका काफी समय बच जायेगा और डिज़ाइन भी एकाग्रता से बना पायेंगे।
59. सबसे पहले ख़ाका तैयार कर लें
सबसे पहले चॉक अथवा सफ़ेद रंग से डिज़ाइन का ख़ाका तैयार कर लें। यह इसलिए ज़रूरी होता है क्योंकि अगर डिज़ाइन में कोई कमी लगे और उसे ठीक करना हो तो आसानी से किया सकता है।
60. रंग भरने की शुरुआत केंद्र से करें
रंग भरने की शुरुआत हमेशा केंद्र से करनी चाहिए, इससे रंग फैलते नहीं हैं और डिज़ाइन बिगड़ता नहीं हैं। अंदर से बाहर की तरफ रंगों की आपसी समरूपता बेहतर तरीके से समझ आती है।
61. आउटलाइन ज़रूर करें
रंगोली में रंग भरने के बाद उसकी आउट लाइन ज़रूर करें, इससे फिनिशिंग अच्छी होती है और डिज़ाइन साफ़ उभर कर आता है। आउट लाइन करने के लिए हल्के रंगों को प्राथमिकता दें।
62. आसपास सफाई रखें
रंगोली बनाने और सजाने के बाद सारी सामग्री को अलग हटाकर रख देना चाहिए। साथ ही रंगोली के आसपास फैले हुए रंग को किसी कपड़े से बहुत ध्यान से साफ़ कर देना चाहिए।
63. उपर्युक्त रौशनी का प्रबंध करें
रंगोली में रौशनी के लिए दिये, मोमबत्ती या छोटे बल्ब की लड़ियों से सजाना सबसे आसान और अच्छा रहता है। रौशनी पड़ने से रंग निखरते हैं और रंगोली आकर्षक लगती है।
मुझे उम्मीद है, इस ब्लॉग में शामिल रंगोली बनाने के टिप्स आपके बहुत काम आयेंगे।यदि इस विषय से जुड़ा आपका कोई प्रश्न है तो नीचे Comment Section में ज़रूर पूछें।
मेरा नाम प्रज्ञा पदमेश है। मैं इस प्यार से बने मंच – कारीगरी की संस्थापिका हूँ। अपने अनुभव को आप सभी के साथ साझा करना चाहती हूँ ताकि आप भी मेरी तरह कला के क्षेत्र में निपुण हो जाएं।