क्या आप जानतें हैं कि रंगोली पाउडर किस चीज़ से बनता है, यदि नहीं तो हमारा यह ब्लॉग आपके बहुत काम आएगा। इसलिए अंत तक हमारे साथ बने रहें।
रंगोली पाउडर बनाने के हमारे सुझाए सभी तरीके पूर्णतः कारगर हैं। इसलिए एक बार आपको यह तरीके ज़रूर अपनाने चाहिए।
हमनें इस ब्लॉग में रंगोली पाउडर बनाने के सभी तरीकों को विस्तार से और क्रम से बताया गया है, जो कि वर्तमान समय में लोगों की पसंद और प्राथमिकताओं पर आधारित हैं।
रंगोली पाउडर किस चीज़ से बनता है – विस्तार से जानें
क्या आप जानतें है कि रंगोली की सामग्री में पाउडर बनाने के लिए अनगिनत विकल्प होते हैं। अगर आपने अभी तक इनमें से कोई तरीका नहीं अपनाया है तो एक कोशिश ज़रूर करें-
रेत से बना पाउडर उँगलियों में चिपकता नहीं है
यदि आपके पास रंग उपलब्ध नहीं हैं और न ही बाज़ार से खरीदने का समय है। ऐसे में घर पर आसानी से रंग बनाए जा सकते हैं। रंगोली के लिए रंग बनाना बहुत ही आसान है। आइए विस्तार से जानते हैं-
रेत से रंगोली पाउडर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
साफ रेत | रंगोली के रंग बनाने के लिए रेत को पहले साफ कर लें। उसमें छोटे कंकड़, पत्थर, गिट्टी, अथवा मिट्टी हो सकती है इसलिए छान-फटक कर उन्हें दूर कर लें। |
लिक्विड कलर्स | रेत को रंगने के लिए हमेशा लिक्विड कलर्स का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि रेत पर आसानी से रंग नहीं चढ़ता। इसलिए वाटर कलर्स एवं पेंटिंग कलर्स को आप चुन सकतें हैं। |
कंटेनर या बाल्टी | रेत को रंगने के लिए हमेशा बड़े बर्तन का इस्तेमाल करें। रेत के कण आसानी से रंग को सोखते नहीं हैं, इसलिए रंग अवशोषित होने में अधिक समय लगता है। |
ट्रे | रंग मिलाने के बाद रेत सूखने में काफी समय लगता है, इसलिए एक उपर्युक्त बर्तन में रंग सुखाना सही रहता है ताकि इसे सामान्य रूप से फैलाया जा सके और सूखने के बाद गिल्टियाँ न पड़ें। |
ग्लब्स | रेत में रंग मिलाने के लिए हमेशा हाथों में दस्ताने पहने क्योंकि रेत आपके हाथों को खराब कर सकता है। इसका खुरदरापन त्वचा को छील देता है, जिससे छाले पढ़ने की सम्भावना रहती है। |
रेत से रंगोली पाउडर बनाने की प्रक्रिया
1 स्टेप
सबसे पहले रेत को साफ कर लें और अच्छी तरह जांच लें कि कहीं उसमें कोई नुकीली अथवा चोट पहुँचाने वाली चीज़ तो नहीं है। उसके बाद ही उसे रंगोली पाउडर बनाने में इस्तेमाल करें।
अगर आप गर्मियों में रंगोली पाउडर बना रहे हैं तो करीब आधे-एक घंटे तेज़ धूप में रेत को सुखा लें और अगर आप सर्दियों में इसे बना रहे हैं तो लगभग दो से तीन घंटे के लिए धूप में रख दें। ऐसा करने से रेत पूरी तरह से सूख जाएगा और सारे कण एक-दूसरे से अलग हो जाएंगे।
2 स्टेप
ज़्यादा समय तक एक ही स्तिथि में रेत रखा रहे तो स्थिर हो जाता है। इसलिए रंग मिलाने से पहले रेत को अच्छी तरह से जाँच लें।
रेत आसानी से रंगों को नहीं सोखते हैं। ऐसे में ज़रूरी हो जाता है कि उसमें अधिक अनुपात में गाड़े रंग मिलाए जाएं।
3 स्टेप
जिस भी रंग में रंगना चाहतें है, उसी रंग को पानी में गाढ़ा घोल लें। यह घोल इतनी मात्रा में होना चाहिए, जिसमें रेत अच्छी तरह भीग जाए। रेत को रंगने के लिए वाटर कलर का इस्तेमाल कर सकतें हैं।
4 स्टेप
जब रंग में अच्छी तरह रेत डूब जाए तो उस बर्तन से निकाल कर ट्रे में फैला दें। पूरी तरह से सूखने के लिए एक दिन की धूप मिलना काफी होता है।
5 स्टेप
सूखने के बाद रेत को हांथों से रगड़कर उसके कण अलग कर लें। हमेशा याद रखें कि रेत आपके हांथों को छील सकता है, इसलिए दस्तानों का उपयोग करे।
सूखे हुए रंग ठंडे होने के बाद पॉलिथीन पैकेट अथवा कंटेनर में भरकर रख लें। अपनी आवश्यकता एवं पसंद के अनुसार आप जब चाहें इन रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
लकड़ी के बुरादे से रंगोली पाउडर बनाना रियूज़ का बेहतर विकल्प है
क्या आप जानतें है कि रंगोली के रंग बाज़ार से खरीदने के बजाए घर पर इन्हें आप खुद बना सकतें हैं। अगर अपने अभी तक ऐसा नहीं किया है तो हमारे द्वारा सुझाए गए आइडिया को एक बार ज़रूर अपनाएं-
लकड़ी से रंगोली पाउडर बनाने के लिए उपयोगी सामग्री
साफ बुरादा | लकड़ी से सामान बनाने के लिए उसे अच्छी तरह साफ किया जाता है। चिकना करने के लिए उसे बार-बार घिसते हैं और घिसाई के दौरान निकलने वाले पाउडर बुरादा कहलाता है। |
फेवीक्रिल | यह एक प्रकार के गीले रंग होते हैं। इनका उपयोग सामान्यतः कागज़, कपड़े, प्लास्टिक तथा लकड़ी के सामान पर पेंट करने के लिए उपयोग किया जाता है। |
स्टोरेज बॉक्स | यह कोई भी प्लास्टिक, स्टील एवं लकड़ी का डिब्बा हो सकता है। जिसमें कोई सामान रखा जाता है, उसे स्टोरेज बॉक्स रखा जाता है। |
ट्रे | रंग मिलाने के बाद बुरादा सूखने में काफी समय लगता है, इसलिए उपर्युक्त बर्तन में इसे सुखाना सही रहता है। जिससे इसे सामान्य रूप से फैलाया जा सके और सूखने के बाद गिल्टियाँ न पड़ें। |
ग्लब्स | बुरादे में रंग मिलाने के लिए हमेशा हाथों में दस्ताने पहने क्योंकि यह आपके हाथों को खराब कर सकता है। इसका खुरदरापन त्वचा को छील देता है, जिससे छाले पढ़ने की सम्भावना रहती है। |
लकड़ी से रंगोली पाउडर बनाने की प्रक्रिया
1 स्टेप
लकड़ी का बुरादा आपको किसी भी टाल (लकड़ी कांटने वाली दुकान) एवं लकड़ी का समान बनाने वाली दुकान पर आसानी से मिल जाएगा। इस बुरादे को इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह साफ कर लें।
इसमें लकड़ी के छोटे टुकड़े अथवा निकली छाल भी हो सकती है, जो घंटों को नुकसान पहुंचा सकती है।
2 स्टेप
साफ बुरादे को स्टोरेज बॉक्स में रख लें और लगभग आधे से एक घंटे के लिए धूप में सुखा लीजिए। जब अच्छी तरह बुरादा सूख जाए तो उसे सामान्य होने के लिए कमरे या बंद जगह में रख लीजिए।
3 स्टेप
बुरादा शुष्क होने की वजह से आसानी से रंग नहीं सोखता। इसलिए यह बहुत ज़रूरी है कि अच्छी मात्रा में फ़ेविक्रिल का इस्तेमाल किया जाए।
4 स्टेप
जब बुरादा अच्छी तरह रंग में डूब जाए तो उसे बर्तन से निकाल कर ट्रे अथवा चपटे बर्तन में फैला दें। पूरी तरह से सूखने के लिए एक दिन की तेज़ धूप मिलना ज़रूरी होता है।
5 स्टेप
सूखने के बाद बुरादे को हांथों से रगड़कर उसके कण अलग कर लें। ऐसा करने से बुरादा पुनः चूरे जैसा हो जाएगा। हमेशा याद रखें कि बुरादा आपके हांथों को छील सकता है, इसलिए दस्तानों का उपयोग करना न भूलें।
सूखे हुए रंग ठंडे होने के बाद पॉलिथीन पैकेट अथवा कंटेनर में भरकर रख लें। जिससे जब चाहें आप इन रंगों का इस्तेमाल बखूबी कर सकें।
नमक से बनाएं खूबसूरत रंगोली पाउडर
नमक को रंगकर रंगोली पाउडर बनाना बहुत पुरानी विधि है। यह सुनने में जितनी अजीब है, बनाने में उतनी ही सरल। आइए जानतें हैं कि नमक से रंगोली पाउडर कैसे बनाया जा सकता है –
नमक से रंगोली पाउडर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
नमक | यह सफ़ेद रंग का बारीक पाउडर होता है, जिसका इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। |
गुलाल | होली के पर्व पर जिन सूखे रंगों का इस्तेमाल किया जाता है, गुलाल कहलाते हैं। इनकी गुणवत्ता मूल्य पर निर्भर करते है। |
छोटा बर्तन | नमक एवं गुलाल को मिलाने के लिए आप बड़ी कटोरी या छोटे डोंगे का इस्तेमाल कर सकते हैं। |
ट्रे | रंग और नमक को मिलकर ट्रे अथवा प्लेट जैसे फैले बर्तन में रखें। फैले बर्तन में सामान आसानी से और जल्दी सूखता है। |
पैकेजिंग | रंग अच्छी तरह से सूखने के बाद ही पैकेजिंग करनी चाहिए। जिनके लिए आप छोटे डिब्बे अथवा शीशियाँ चुन सकते हैं। |
नमक से रंगोली पाउडर बनाने की प्रक्रिया
1 स्टेप
रंग बनाने के लिए हमेशा सस्ते और साफ नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। सबसे पहले अच्छी तरह जाँच लें कि नमक सूखा हुआ होना चाहिए और पानी का कोई अंश उसे छूना नहीं चाहिए।
2 स्टेप
कभी भी नमक में एकदम गुलाल नहीं डालना चाहिए। मनपसंद रंग बनाने के लिए नमक में धीरे-धीरे गुलाल मिलाएं। ऐसा करने से आप हलके और गहरे दोनों प्रकार के रंग आसानी से बना सकतें हैं।
3 स्टेप
रंग मिलाने के बाद नमक को धूप में एक से दो घण्टे तक ज़रूर सुखाएं। रंग सूखने के लिए जिस भी बर्तन का इस्तेमाल करें उसे अच्छी तरह ज़रूर जांच लें कि कहीं उसमें पानी तो नहीं है।
4 स्टेप
धूप में सूखने के बाद नमक को कमरे के सामान्य तापमान पर ठंडा होने के लिए रखना देना चाहिए। नमक को हांथों से अच्छी तरह रगड़ें, जिससे उसका कण-कण अलग हो जाए।
5 स्टेप
सूखे हुए रंग ठंडे होने के बाद पेपर बैग में भरकर रख लें। जिससे आप जब चाहें इन रंगों का इस्तेमाल कर सकें।
पिसे चावल से खूबसूरत रंगोली पाउडर बनाएं
पिसे हुए चावल से खूबसूरत रंगोली पाउडर बनाना रोचक कार्य है। विस्तार से प्रक्रिया को जानें –
पिसे चावल से रंगोली पाउडर बनाने के लिए उपयोगी सामग्री
चावल | एक प्रकार का अनाज होता है। भारत में सर्वाधिक खाया जाने वाला दूसरे नंबर का अनाज है। |
मिक्सी | एक यन्त्र, जिसका इस्तेमाल मसाला पीसने एवं खाद्य पदार्थो को मिलाने में किया जाता है। |
छोटा डोंगे | चावल में रंग को मिलाने के लिए आप बड़ा कटोरा या डोंगें का इस्तेमाल कर सकते हैं। |
वाटर कलर्स | यह एक प्रकार के गीले रंग होते हैं। इनका उपयोग सामान्यतः कगाज़ पर पेंटिंग बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। |
पैकेजिंग | रंग अच्छी तरह से सूखने के बाद ही पैकेजिंग करनी चाहिए। जिनके लिए आप छोटे डिब्बे अथवा शीशियाँ चुन सकते हैं। |
पिसे चावल से रंगोली पाउडर बनाने की प्रक्रिया
1 स्टेप
रंग बनाने के लिए हमेशा सस्ते और साफ चावलों का इस्तेमाल करना चाहिए। सबसे पहले अच्छी तरह जाँच लें कि चावल साफ हो, उसमे कंकड़ पत्थर न मिले हों।
2 स्टेप
साफ चावलों को अच्छी तरह मिक्सी में पीस लें। याद रखें कि चावल का पाउडर नहीं बनाना है बल्कि हल्का दरदरा रखना है। इससे चावल हाथों में चिपकता नहीं है और आसानी से फर्श पर फैलता है।
3 स्टेप
पीसे हुए चावल में एकदम रंग नहीं डालना चाहिए। रंग को धीरे-धीरे चावलों में डालें और मिलते जाएं। ऐसा करने से आप हल्के और गहरे दोनों प्रकार के रंग आसानी से बना सकतें हैं।
4 स्टेप
रंग मिलाने के बाद चावल को धूप में एक से दो दिन तक ज़रूर सुखाएं। चावल की नमी पूरी तरह सूखनी ज़रूरी है, इसलिए इन्हें ट्रे अथवा प्लाट में फैला कर रखें।
5 स्टेप
सूखे हुए रंग ठंडे होने के बाद पॉलिथीन पैकेट अथवा कंटेनर में भरकर रख लें। अपनी आवश्यकता एवं पसंद के अनुसार आप जब चाहें इन रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सूजी से बनाएं आकर्षक रंगोली
क्या आप जानतें है कि सूजी से रंगोली के रंग घर पर बनाये जा सकते हैं। अगर अभी तक आप इससे अनजान है तो आइए हम बताते हैं इसकी पूरी प्रक्रिया विस्तार से-
सूजी से रंगोली पाउडर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
सूजी | दुरुम गेहूं के दानेदार, शुद्धिकृत गेहूं के टुकड़े को सूजी कहते हैं। जिसका उपयोग हलवा, पास्ता, इडली एवं उत्पम जैसे नाश्ते में किया जाता है। |
ड्राई कलर्स | आसानी से बाज़ार में मिलने वाले सस्ते सूखे रंग छूने में हल्के दरदरे होते हैं। |
छोटा डोंगे | सूजी में रंग को मिलाने के लिए आप बड़ा कटोरा या डोंगें का इस्तेमाल कर सकते हैं। |
थाली | रंग और सूजी को मिलकर थाली जैसे फैले बर्तन में रखें। फैले बर्तन में सामान आसानी से और जल्दी सूखता है। |
पैकेजिंग | रंग अच्छी तरह से सूखने के बाद ही पैकेजिंग करनी चाहिए। जिनके लिए आप प्लास्टिक अथवा पेपर पॉलिथीन चुन सकते हैं। |
सूजी से रंगोली पाउडर बनाने की प्रक्रिया
1 स्टेप
हमेशा याद रखें कि इसका इस्तेमाल आपको फर्श पर करना है, इसलिए महंगी सूजी के बजाए सस्ती सूजी का इस्तेमाल करें। रंगोली के रंग बनाने के लिए सूजी को पहले साफ कर लीजिए।
2 स्टेप
रंग मिलाने के बाद सूजी को धूप में एक से दो घण्टे तक ज़रूर सुखाएं। रंग सूखने के लिए जिस भी बर्तन का इस्तेमाल करें उसे अच्छी तरह ज़रूर जांच लें कि कहीं उसमें पानी तो नहीं है।
3 स्टेप
सूजी में एकदम रंग नहीं डालना चाहिए। रंग को धीरे-धीरे सूजी में डालें और मिलाते जाएं। ऐसा करने से आप हल्के और गहरे दोनों प्रकार के रंग आसानी से बना सकतें हैं।
4 स्टेप
रंग मिलाने के बाद सूजी को धूप में एक से दो घंटे तक ज़रूर सुखाएं। सूजी की नमी पूरी तरह सूखनी ज़रूरी है, इसलिए इन्हें ट्रे अथवा प्लेट में फैला कर रखें।
5 स्टेप
सूखे हुए रंग ठंडे होने के बाद प्लास्टिक अथवा पेपर पॉलिथीन में भरकर रख लें। अपनी आवश्यकता एवं पसंद के अनुसार आप जब चाहें इन रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हमें पूरा विश्वास है कि गोली पाउडर बनाने के सभी आइडिया आपके बहुत काम आएंगे। कमेंट सेक्शन में ज़रूर साझा करें कि आपको कौन-सा तरीका सबसे ज़्यादा पसंद आया। यदि आपका इस विषय से सम्बंधित कोई प्रश्न है तो पूछें, हम उत्तर ज़रूर देंगें।
मेरा नाम प्रज्ञा पदमेश है। मैं इस प्यार से बने मंच – कारीगरी की संस्थापिका हूँ। अपने अनुभव को आप सभी के साथ साझा करना चाहती हूँ ताकि आप भी मेरी तरह कला के क्षेत्र में निपुण हो जाएं।