अगर आप भी घर की हर दीवार पर अलग रंग करवाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए यह जानना सबसे ज़रूरी है कि मकान में कौन सा कलर शुभ रहता है?
हर रंग की है अपनी कहानी, जिसे प्रकृति सिखाती है अपनी ज़ुबानी। हर कलर का अपना अर्थ, महत्व और उपयोगिता है।
मेरे साथ इस ब्लॉग में जानिये कि घर में कौन सा पेंट करना चाहिए। आइये फिर शुरू करते हैं –
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मकान में कौन सा कलर शुभ रहता है?
बहुत से लोग यह जानते ही नहीं है कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का रंग कैसा होना चाहिए। अगर हम वास्तु शास्त्र को ध्यान में न रखें तब भी हर रंग का खुद में खास मतलब और प्रभाव होता है।
रंगों का चुनाव बहुत से फैक्ट्स पर निर्भर करता है – आँखों को सुकून देने वाले रंग, कम रौशनी ऑब्ज़र्व करने वाले रंग, ट्रेंड में रहने वाले रंग, क्लासिक कलर और सबसे खास परिवार के लोगों की पसंद के रंग।
सही रंग चुनकर घर के माहौल और ऊर्जा में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। शुभ प्रतीकों के साथ रंग चुनने का प्रयास करें, जो परिवार के लिए अच्छे हों। घर के बाहर का रंग कैसा होना चाहिए या घर में कौन सा कलर करना चाहिए, दोनों ही प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए पढ़ना शुरू करें –
नीला रंग
नीला रंग सुंदरता, सच्चाई, समर्पण का प्रतीक है। हल्का नीला आँखों को सुकून देता है तो वहीं दूसरी ओर चमकीला नीला स्फूर्तिदायक है। हल्के नीले रंग मैत्रीपूर्ण और गहरे नीले रंग अधिक विश्वसनीय माने जाते हैं।
कई सांस्कृतिक कार्यक्रम व परम्पराओं में नीले रंग का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह धार्मिक और आध्यात्मिक महत्त्व रखता है।
हरा रंग
हरा रंग, हरियाली का प्रतीक है – जो विकास, उर्वरता और नई शुरुआत को लेकर आता है। चमकीले हरे ऊर्जावान और जीवंत रंग माने जाते हैं जबकि जैतून हरे प्राकृतिक दुनिया के प्रतिनिधित्व कहे जाते हैं। गहरे हरे रंग सबसे अधिक स्थिरता व संपन्नता लाते हैं।
हरा रंग प्रकृति से संबंधित डिजाइनों के लिए सबसे उपर्युक्त है। यह घर की सजावट में संतुलन बनाये रखता है। यह रंग अधिक केंद्रित और रचनात्मक महसूस कराने में मदद करता है, जिससे यह अध्ययन कक्ष और शयनकक्षों के लिए एक आदर्श रंग बन जाता है।
पीला रंग
पीला रंग, सूर्य की रौशनी का प्रतीक है – जो ऊर्जा, उम्मीद और उत्साह का प्रतिनिधित्व करता है। सूर्य के सामान ही यह गर्मजोशी का एहसास दिलाता है। पीला रंग सुख और दीर्घायु का प्रतीक है।
चमकीला पीला खुशी और हल्का पीला शांत अनुभूति देता है। गहरे पीले और सुनहरे पीले कभी-कभी प्राचीन लग सकते हैं और उन डिजाइनों में उपयोग किए जाते हैं, जहां स्थायित्व की भावना वांछित होती है।
घर को पीले रंग से पेंट कराने से उसमें रहने वाले लोगों के जीवन में नई उम्मीदें और खुशियां आती हैं। यह रंग अक्सर सकारात्मक विचारधारा वाले लोगों को ख़ास पसंद आता है।
बैंगनी रंग
बैंगनी रंग, प्रतिष्ठा का प्रतीक है – जो सुख और सम्पन्नता को दर्शाता है। इसे रचनात्मकता और कल्पना से भी जोड़ा जाता है क्योंकि डार्क पर्पल पारंपरिक रूप से धन को और लाइट पर्पल रोमांस को दर्शाता है।
प्राचीन समय में बैंगनी रंग बनाने के लिए घोंघे (Snails) का इस्तेमाल किया जाता था। बहुत महंगा होने के कारण सिर्फ शाही और अमीर लोग ही इस रंग को खरीद पाते थे। इसलिए आज भी इसे रॉयल्टी अथवा रॉयल कलर्स की श्रेणी में रखा जाता है।
सफ़ेद रंग
सफ़ेद रंग, सच्चाई का प्रतीक है – जो स्वच्छता, पवित्रता और खूबसूरती को बढ़ाता है। यह रंग रौशनी को परावर्तित करता है, इसलिए जिस जगह सफ़ेद पेंट किया जाता है वो दिखने में बड़ी लगती है।
इसके अलावा सफ़ेद रंग हमेशा फैशन में रहता है क्योंकि यह अन्य रंगों के साथ मिलकर बेहतरीन मैच बनाता है और हर उम्र के लोगों को पसंद आता है।
नारंगी रंग
नारंगी रंग, सूर्य की नारंगी चमक का प्रतीक है – जो जीवंत और ऊर्जावान माना जाता है। पृथ्वी और शरद ऋतु को दर्शाता है, इसलिए परिवर्तन और गति का सूचक है।
इसकी चमक खुशियां लाने के साथ-साथ रचनात्मकता को भी बढ़ाती है। नारंगी लाल रंग अधिक शक्तिशाली होने के कारण ध्यान आकर्षित करता है, इसलिए यह दोस्ताना माना जाता है।
मुझे उम्मीद है, इस ब्लॉग में शामिल मकान में लगाने वाले शुभ रंगों से सम्बंधित जानकारी आपके बहुत काम आयेगी। यदि इस विषय से जुड़ा आपका कोई प्रश्न है तो नीचे Comment Section में ज़रूर पूछें।
मेरा नाम प्रज्ञा पदमेश है। मैं इस प्यार से बने मंच – कारीगरी की संस्थापिका हूँ। अपने अनुभव को आप सभी के साथ साझा करना चाहती हूँ ताकि आप भी मेरी तरह कला के क्षेत्र में निपुण हो जाएं।